मां भले ही अनपढ़ हो, मगर जिंदगी का पहला सबक तो वही सिखाती है। सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। दुर्गा माँ कहती हैं तुम सिर्फ मेरे बेटे नहीं, मेरी जिंदगी, मेरी आत्मा, मेरी खुशी और मेरा सम्मान हो। मुसीबतों ने बादलों की तरह जब घेर लिया, कोई राह जब https://sites.google.com/view/navratrishayari/