पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥ मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥ ॥ शंकर मेरा प्यारा, शंकर मेरा प्यारा…॥ नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥ काम की बात श्रीराम https://jaibhole.co.in/home/Shree-Shiv-Chalisa